Highest scoring days in EURO CUP football history | switzerland vs france, spain vs croatia | टूर्नामेंट में 28 जून को 2 मैच में 14 गोल पड़े, 20 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा; ग्रुप स्टेज में 4 मैच में 18 गोल दागे गए थे
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लंदन13 घंटे पहले
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राउंड ऑफ-16 में पहुंचते ही यूरो कप फुटबॉल का रोमांच बढ़ गया है। 28 जून को फ्रांस-स्विट्जरलैंड और स्पेन-क्रोएशिया के मैच में कुल मिलाकर 14 ऑनफील्ड गोल पड़े। यह टूर्नामेंट के इतिहास में एक दिन में पड़ा दूसरा सबसे ज्यादा गोल है। इसके साथ ही 20 साल पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ा। 21 जून 2000 को 4 मैच में 14 गोल दागे गए थे। एक दिन में सबसे ज्यादा गोल का रिकॉर्ड भी इसी साल यूरो कप में 23 जून को बना था। तब 4 मैच में कुल 18 गोल दागे गए थे। हम आपको यूरो कप में 1 दिन में सबसे ज्यादा गोल के टॉप-5 रिकॉर्ड के बारे में बता रहे हैं…
1. 23 जून 2021 : 4 मैच, 18 गोल
ग्रुप E : स्लोवाकिया 0-5 स्पेन, स्वीडन 3-2 पोलैंड
ग्रुप F : जर्मनी 2-2 हंगरी, पुर्तगाल 2-2 फ्रांस

पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने फ्रांस के खिलाफ 2 गोल दाग 109 इंटरनेशनल गोल के रिकॉर्ड की बराबरी की।
23 जून को ग्रुप स्टेज में 4 टीमें आमने-सामने आई थीं। इस दिन चारों मैच में 2 या इससे ज्यादा गोल पड़े थे। ग्रुप F यानी ग्रुप ऑफ डेथ के दोनों मुकाबले सुपरहिट रहे थे। हंगरी ने 3 बार की यूरो कप चैंपियन जर्मनी को ड्रॉ पर रोक दिया। वहीं, वर्ल्ड चैंपियन फ्रांस और पुर्तगाल के बीच मुकाबला भी 2-2 से ड्रॉ रहा। इस मैच में क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 2 गोल दाग सबसे ज्यादा 109 इंटरनेशनल गोल के रिकॉर्ड की बराबरी की थी।
2. 28 जून : 2 मैच, 14 गोल
राउंड ऑफ-16 : क्रोएशिया 3-5 स्पेन, फ्रांस 3-3 स्विट्जरलैंड (4-5 पेनल्टी शूटआउट)

यूरो कप में एक दिन में सबसे ज्यादा गोल के रिकॉर्ड के 5 दिन बाद एक और रिकॉर्ड बना। यह सेकेंड हाईएस्ट रहा। क्रोएशिया और स्पेन का मैच फुलटाइम तक 3-3 से ड्रॉ रहा था। इसके बाद एक्स्ट्रा टाइम में स्पेन ने 2 और गोल दाग मैच जीत लिया। वहीं, फ्रांस और स्विट्जरलैंड के बीच मुकाबला उससे भी ज्यादा जबरदस्त था। मैच में फ्रांस की टीम 3-1 से आगे थी। अंतिम मिनट में स्विस टीम ने गोल कर वापसी की और 3-3 से स्कोर बराबर कर दिया। एक्स्ट्रा टाइम में गोल नहीं हो सका और पेनल्टी शूटआउट में स्विट्जरलैंड ने 5-4 से मैच जीत लिया। 14 गोल में पेनल्टी शूटआउट के गोल शामिल नहीं हैं।
3. 21 जून 2000 : 4 मैच, 14 गोल
ग्रुप C : यूगोस्लाविया 3-4 स्पेन, स्लोवेनिया 0-0 नॉर्वे
ग्रुप D : डेनमार्क 0-2 चेक रिपब्लिक, फ्रांस 2-3 नीदरलैंड्स

यूगोस्लाविया के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद जश्न मनाती स्पेन की टीम।
वास्तव में 3 मैच में ही 14 गोल पड़े थे, क्योंकि स्लोवेनिया और नॉर्वे के बीच मैच गोलरहित रहा था। स्पेन यहां भी रोल निभाया था। यूगोस्लाविया के खिलाफ उन्होंने 4-3 से मैच जीता था। वहीं, डेनमार्क को चेक रिपब्लिक ने 2-0 से हराया था। इस मैच के दोनों गोल व्लादिमीर स्माइसर ने दागे थे। नीदरलैंड्स की टीम ने फ्रांस को 3-2 से हराया था।
4. 18 जून 1996 : 4 मैच, 13 गोल
ग्रुप A : स्कॉटलैंड 1-0 स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड्स 1-4 इंग्लैंड
ग्रुप B : फ्रांस 3-1 बुल्गारिया, रोमानिया 1-2 स्पेन

नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में गोल दागने के बाद एलन शिअरर को बधाई देते साथी खिलाड़ी।
फ्रांस और स्पेन को इस यूरो कप में एक ही ग्रुप में रखा गया था। दोनों को आगे के राउंड में पहुंचने के लिए जीत की जरूरत थी। किसी एक के हारने पर बुल्गारिया क्वालीफाई कर जाती। पर ऐसा नहीं हुआ। फ्रांस ने बुल्गारिया को 3-1 से हराया। वहीं, स्पेन ने रोमानिया को 2-1 से हराया। स्पेन को गुलेरमो अमोर ने 84वें मिनट में गोल कर जिताया था। वहीं, इंग्लैंड ने नीदरलैंड्स को 4-1 से हराया था। यह साल इंग्लैंड के लिए यूरो कप में बेस्ट रहा था। इंग्लैंड के लिए एलन शिअरर और टेडी शेरिंघम ने गोल दागे थे।
5. 6 जुलाई, 1960 : 2 मैच, 12 गोल
सेमीफाइनल : फ्रांस 4-5 यूगोस्लाविया, चेकोस्लोवाकिया 0-3 USSR

1960 में ही यूरो कप टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी। पहली बार सिर्फ 4 टीमों के बीच मुकाबला हुआ था।
1960 में पहली बार यूरो कप की शुरुआत हुई थी। तब सीधे सेमीफाइनल खेले जाते थे। 1960 में 4 ही टीमों ने हिस्सा लिया था। ओपनिंग दिन ही फ्रांस और यूगोस्लाविया और चेकोस्लोवाकिया और USSR के बीच सेमीफाइनल मैच खेला गया। यूगोस्लाविया ने फ्रांस को 5-4 से हराया था। वहीं, USSR ने आसानी से चेकोस्लोवाकिया को शिकस्त दी थी। फाइनल में उन्होंने यूगोस्लाविया को हराया था।
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